हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, मदरसा अल विलाया, क़ुम अलमुक़द्दसा में शिक्षकों और छात्रों की ओर से इशरा-ए-करामत के अवसर पर एक गरिमामय और आत्मिक समारोह का आयोजन किया गया इस आध्यात्मिक सभा में भारतीय उपमहाद्वीप से संबंध रखने वाले छात्रों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
इस कार्यक्रम की शुरुआत पवित्र क़ुरआन की तिलावत से हुई जिसकी मनोहर आवाज़ ने वातावरण को महका दिया इसके बाद अहलेबैत (अ.स.) के शायरों ने हज़रत इमाम अली रज़ा (अ.स.) और हज़रत फ़ातिमा मासूमा (स.अ.) की शान में काव्यात्मक श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम के अंत में मदरसा के प्रमुख हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन सैयद हसन रज़ा नक़वी ने एक प्रभावी और विचारोत्तेजक भाषण दिया। उन्होंने अहलेबैत अ.स. की पवित्र जीवनी, उनके करामात और हमारी धार्मिक-नैतिक जिम्मेदारियों पर विस्तृत प्रकाश डाला।
यह फ़ज़ीलत भरी सभा मदरसा अलविलाया के छात्रों के तत्वावधान और सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक विभाग के सहयोग से आयोजित की गई।
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